ए-हसीन मेरा गुलाब कबूल कर, हम तुमसे बेइन्तहा इश्क़ करते हैं, अब नहीं इस ज़माने की परवाह हमको, हम अपने इश्क़ का इज़हार करते हैं | "happy rose day "
'मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं , तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं , मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का , तेरे सिवाए मुझ पर किसी का हक नहीं। happy rose day
'बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया हैं, मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया हैं, जरा तुम आकर तो देखो एक बार, तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया हैं | happy rose day
आपके होंठों पे सदा खिलते गुलाब रहे, खुदा ना करे आप कभी उदास रहे, हम आपके पास चाहे रहे ना रहे, आप जिन्हे चाहे वो सदा आपके पास रहे ... | " happy rose day "
''''''गुलाब की खूबसूरती भी फिकी सी लगती हैं, जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती हैं, यूँही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार तू, तेरी खुशियों से मेरी साँसे जी उठती हैं | " happy rose day "''''''